Samay Samay Ki Baat Hai-समय समय की बात है
Samay Samay Ki Baat Hai Lyrics
दोहा :
समय समय की बात है ,समय समय के साथ।
कभी समय का दिन बडा तो कभी समय की रात।।
भजन
समय बडा बलवान जगत मे ,क्या करता इन्सान।
इसके आगे जोर नही है ,वे बस है भगवान।।
एक समय की सुनो कहानी ,
राजा नल थे महान समय के खातीर राज भी छोडा ,
वन को करे प्रस्थान सोती हुई रानी को छोडा ,
ये था विधी का विधान।।जगत।।१।।
रावण जैसे ज्ञानी दानी ,
करते थे मन मानी धरम करम वो निस दिन करते ,
फिर भी थे अभीमानी आरवीर उनका समय ,
भी आया ,क्या करता भगवान।।जगत।।२।।
हिटलर जैसे शुर वीर थे ,
जग में था ऐलान जैसा मैं कहता हू सुन लो ,
वरना करुं ,
समशान जगत को समय ने उसको ऐसा मारा कोई दिया न पानी दान।।जगत।।३।।
जग मे बन्दे सब कुछ कर ले ,
मत कर तू अभीमान होनी है वो होकर रहेगी ,
मत बन तू नादान टले नही कोई नही टलेगा ,
कहता दया निधान।।जगत मे।।४।।
आपने अभी भजन "समय समय की बात है" के बोल (Lyrics) इस लेख में देखे हैं, इस भक्तिपूर्ण और आध्यात्मिक भजन से सबंधित अन्य भजन निचे दिये गये हैं जो आपको अवश्य ही पसंद आयेगे, कृपया करके इन भजन को भी देखें.
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