Gajanand Maharaj Padharo-गजानंद महाराज पधारो
Gajanand Maharaj Padharo Lyrics
(तर्ज :फूल तुम्हें भेजा है.......)
दोहा -विनती धांसू गणपति करां सकल नरनार
बेगा आओ आंगण सज्यो श्याम दरबार
गजानन्द महाराज पधारो ,कीर्तन की सब त्यारी है
आओ आओ, बेगा आओ, चाव दरश को भारी है
थे आओ जद, काम बणैला, थां पर सारी बाजी है
रणतं भंवरगढ़, वाला सुणल्यो ,चिन्ता म्हार लागी है
देर करो मत, ना तरसालो , चरणां अरज हमारी है
गजानन्द .........
रिद्धि सिद्धि संग, ले आओ विनायक, दयोदर्शन थार भगतां न
भोग लगावां, धोक लगांवा, पुष्प चढ़ावां चरणा मं
गजानन्द, थार हाथां मं, अब तो लाज हमारी है
गजानन्द ........
भगतां की तो, विनती सुणली, शिव सुत प्यारो आओ है
जय जयकार, करो गणपति की, आकर मन हरषायो है
बरसैलो रस, अब भजनां मं, 'नन्दू ' महिला न्यारी है
गजानन्द .......
Gajanand Maharaj Padharo Video
आपने अभी भजन "गजानंद महाराज पधारो" के बोल (Lyrics) इस लेख में देखे हैं, इस भक्तिपूर्ण और आध्यात्मिक भजन से सबंधित अन्य भजन निचे दिये गये हैं जो आपको अवश्य ही पसंद आयेगे, कृपया करके इन भजनों को भी देखें.
आपको यह पोस्ट भी पसंद आ सकती हैं
- कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें। आपके अमूल्य विचार हमें इस कार्य में प्रेरना प्रदान कर सकते हैं।