Darbar Hai Nirala Khatu Ke Shyam Ka-दरबार है निराला खाटू के श्याम का
Darbar Hai Nirala Khatu Ke Shyam Ka Lyrics
(तर्ज :धारा जो बह रही है )
दरबार है निराला, खाटू के श्याम का
जग हो रहा दीवाना, खाटू के श्याम का
श्री श्याम को रिझाने, चले आ रहे दीवाने
धरती पे स्वर्ग उतरा, कोई माने या न माने
कोई मानें या न मानें
डंका तो बज रहा है, खाटू के श्याम का।।जग ... (१)
जयकार गूंजती है, भक्ति को चूमती है
ऐसी लगी जगन के, मस्ती भी झूमती है
मस्ती भी झूमती है
गुणगान हो रहा है ,खाटू के श्याम का।। जग ...(२)
श्रृंगार है गजब का, ये निखार है गजब का
धन -धान्य सुख लुटावै, दातार है गजब का
दातार है है गजब का
भण्डार लूट रहा है, खाटू के श्याम का।। जग ...(३)
"नन्दू " जहाँ में कोई, मेरे श्याम सा नहीं है
दरबार में प्रभु के, कोई कभी नहीं है
कोई कमी नहीं है
जादू सा छा रहा है, खाटू के श्याम का।। जग ...(४ )
Darbar Hai Nirala Khatu Ke Shyam Ka Video
आपने अभी भजन "दरबार है निराला खाटू के श्याम का" के बोल (Lyrics) इस लेख में देखे हैं, इस भक्तिपूर्ण और आध्यात्मिक भजन से सबंधित अन्य भजन निचे दिये गये हैं जो आपको अवश्य ही पसंद आयेगे, कृपया करके इन भजनों को भी देखें.
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