Aayo Fagun Melo-आयो फागुन मेलो
Aayo Fagun Melo Lyrics
दोहा :
श्याम दरश पायो नहीं, आयो न खाटू धाम
श्याम कुण्ड न्हायो नहीं, तो बिगड़या काम तमाम।।
(तर्ज : लला लला लोरी दूध की कटोरी )
आयो फागुण मेलो, बाबो मारे हेलो।
खाटू धाम चालो, भगतां न संग लेलो।।टेर।।
फागणियो रंगीलो महीनों, भोत लागे प्यारो।
मंदरिया मं होली खेलां, सागे खाटू वारो।
केशर रंग पिचकारी, लाल गुलाल उडेलो।
खाटू धाम चालो, भगतां न संग लेलो .... ।।१।।
जमघट मांचें आंगणिये में, नाचे कूदे जोर से।
टोलियॉँ की टोली आवे, जैकारा बोले जोर से।
ढोलक ढप और झाँझ बाजे, साथ में नगाडो।
खाटू धाम चालो, भगतां न संग लेलो .... ।।२।।
लागे है दरबार ऐसो, बाबै की सरकारी में।
फरयादी है रकम रकम का यांकी ताबेदारी में।
होवे है सुनवाई, थे भी अर्जी गेरो।
खाटू धाम चालो, भगतां न संग लेलो .... ।।३।।
शरणागत कां संकट, बाबा सै ना देख्या जावे।
दुखिया का संताप बाबो पल में मिटावे।
ऐसो है दयालू, श्याम खाटू वालो।
खाटू धाम चालो, भगतां न संग लेलो .... ।।४।।
के सोचे है बावला, करले खाटू की त्यारी।
श्यामधणी का दर्शन करस्याँ, दुविधा मिटाज्या सारी।
भोत ही बेगो रीझे, मोहन मुरली वालो।
खाटू धाम चालो, भगतां न संग लेलो .... ।।५।।
ओड़ बड़ संसार मांई, थारो एक आधार है।
बाबा म्हारो ध्यान राखिये, टाबर की पुकार है।
Aayo Fagun Melo Video
आपने अभी भजन "आयो फागुन मेलो" के बोल (Lyrics) इस लेख में देखे हैं, इस भक्तिपूर्ण और आध्यात्मिक भजन से सबंधित अन्य भजन निचे दिये गये हैं जो आपको अवश्य ही पसंद आयेगे, कृपया करके इन भजनों को भी देखें.
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