Jimo Jimo Ji Sawariya-जीमो जीमो जी सावरिया
Jimo Jimo Ji Sawariya Lyrics
(तर्ज : रसिया )
दोहा :
दूध मलाई माखन मिश्री और कतली बादाम की।
आओ भोगलगाओ धरी है कई रकम की बानगी।।
जीमो जीमो जी सावरिया मैं ल्याई प्रेम भाव का भात
प्रेम भाव का भात जीमो प्रेम भाव का भात जीमो प्रेम भाव का भात
उजला उजला चावल रांध्या, शक़्कर खूब मिलाई
हरे मूंगे की दाल पकाकर-२, घी को छोंक लगाई
जीमो जीमो जी सावरिया मैं ल्याई प्रेम भाव का भात....
खीरो ककड़ी गाजर काचर, और मतीरी ल्याई
पच मेलै सो साग चटिलो-२, चटनी भी पिसवाई
जीमो जीमो जी सावरिया मैं ल्याई प्रेम भाव का भात....
सेव सपाटू दाड़म केला, अनानास पपीता
काजू किसमिस और इलायची-२, नागर पान का बीड़ा
जीमो जीमो जी सावरिया मैं ल्याई प्रेम भाव का भात....
चांदी कै पाटै पर कंचन थाल सज्यो अति प्यारो
दूध मलाई माखन मिश्री-२, जल जमुना को न्यारो
जीमो जीमो जी सावरिया मैं ल्याई प्रेम भाव का भात....
ज्यूं शबरी का वेर, खीचड़ो कर्मा बाई रो खायो
दुर्योधन का मेवा त्यागकर-२, साग विदुर घर पायो
जीमो जीमो जी सावरिया मैं ल्याई प्रेम भाव का भात....
मोर छड़ी ले हाथ मौसीजी, झालो दे रै बुलावै
नानी बीणा 'नन्दू' सागै-२, पंखो ढोल जिमावै
जीमो जीमो जी सावरिया मैं ल्याई प्रेम भाव का भात....
*खाटू नरेश की जय*
आपने अभी भजन "जीमो जीमो जी सावरिया" के बोल (Lyrics) इस लेख में देखे हैं, इस भक्तिपूर्ण और आध्यात्मिक भजन से सबंधित अन्य भजन निचे दिये गये हैं जो आपको अवश्य ही पसंद आयेगे, कृपया करके इन भजनों को भी देखें.
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