Girdhar Mere Mausam Aaya-गिरधर मेरे मौसम आया
Girdhar Mere Mausam Aaya Lyrics
(तर्ज : हमदम मेरे ....)
गिरधर मेरे मौसम आया, धरती के श्रृंगार का।
डाल डाल पर लग गए झूले -बरसे रंग बहार का।।
उमड़ धुमड़ काली घटा, शोर मचाती है
स्वागत में तेरे सांवरा, जल बरसाती है
कोयलिया कूकती, मयूरी झूमती,
तुम्हारे बिन मुझको मोहन, बहारें फिकी लगती है
गिरधर मेरे मौसम आया धरती के श्रृंगार का ....(१)
चांदी बरणी चांदनी, अंग जलाती है
झरनों की ये रागिनी, दिल तड़पती है
चली जब पुरवाई, तुम्हारी याद आई
गुलों में अंगारे दहके, कसक बढ़ती ही जाती है
गिरधर मेरे मौसम आया धरती के श्रृंगार का ....(२)
ग्वाल बाल संग गोपिया, श्री राधे आई
आज कहो तुम्हें कौन सी, कुब्जा भरमाई
तुम्हारी राह में, मिलन की चाह में
बिछाएँ पलकें बैठे हैं तुम्हारी याद सताती है
गिरधर मेरे मौसम आया धरती के श्रृंगार का ....(३)
श्री राधे के संग में, झूलोजी मोहन
छेड़ रसीली बांसुरी, शीतल हो तनमन
बजी जब बांसुरी,खिली मन की कली
मगन "नन्दू " सारी सखियां, तुम्हें झूला झुलाती हैं
गिरधर मेरे मौसम आया धरती के श्रृंगार का ....(४)
Girdhar Mere Mausam Aaya Video
आपने अभी भजन "गिरधर मेरे मौसम आया" के बोल (Lyrics) इस लेख में देखे हैं, इस भक्तिपूर्ण और आध्यात्मिक भजन से सबंधित अन्य भजन निचे दिये गये हैं जो आपको अवश्य ही पसंद आयेगे, कृपया करके इन भजनों को भी देखें.
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