Mala Ko Kaise Dhar Aayi-मालाको कैसे धार आई 

माला को कैसी धार आई एक प्रसिद्ध भजन है जोमाता गोदा अम्मा देवी को समर्पित है और देवी के प्रति भक्तों की श्रद्धाको प्रकट करता है। भजन के बोल देवी की महिमा, उनके गुण और लीलाओं के बारे में है। Mala Ko Kaise Dhar Aayi भजन अपार प्रेम और भक्ति का वर्णन करता है। इस भजन को गाकर भक्त माता गोदा अम्मा की कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त करते है । इस भजन के बोल और संगीत ह्रदय को छू लेते है। यह भजन संगीत और वाद्यों के साथ मधुर और सुन्दर वातावरण तयार करता है। इस भजन को गाकर भक्त मन शांति प्राप्त करते है और उत्साही जीवन जीने की प्रेरणा प्राप्त करते है।
Mala Ko Kaise Dhar Aayi-मालाको कैसे धार आई

Mala Ko Kaise Dhar Aayi Lyrics

मालाको कैसे धार आई। प्यारी बेटी गोदा।।टेर।।

 

बड़े सवेरे तुलसी लाकर। बनवाई वनमाला।।

नहानेको मैं गयारी बेटी। पीछे क्या करडाला।।१।।

 

नित्य सेवाका नेम लिया था। अब क्या होगा हवाला।।

वतशायी प्रभुजीकी माला। परसादी कर डाला।।२।।

 

कैसे मंदिर जाऊँ बेटी। बिना लिये बानमाला।।

बाला बोली मेरी गोदा। तूने क्या करडाला।।३।।

 

भट्टनाथ की बानी सुनकर। रोय पडी वो बाला।।

धारेंगे प्रभुजी यह माला। संतनके प्रतिपाला।।४।।

 

श्री वैष्णवको दास गोदा। प्रेम के आँसू डाला।।

गोदा की प्रीतिपर रीझे। प्रभुजी धारी माला।।५।।

 

कहत शिवानंद स्वामी  सुखसंपति पावे।।जय।।

 

Mala Ko Kaise Dhar Aayi Video


आपने अभी भजन "मालाको कैसे धार आई" के बोल (Lyrics) इस लेख में देखे हैंइस भक्तिपूर्ण और आध्यात्मिक भजन से सबंधित अन्य भजन निचे दिये गये हैं जो आपको अवश्य ही पसंद आयेगे, कृपया करके इन भजन को भी देखें.

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