Shree Khatu Shyam Ji Aarti-श्री खाटू श्याम जी आरती
खाटू श्याम जी का महाभारत के समय बर्बरीक नाम था,और उनको माता दुर्गा से विजय होने का वरदान प्राप्त था। वे एक वीर योद्धा थे। उन्होंने अपना शीश भगवान कृष्ण को दान में दिया था। इसीलिए उन्हें सबसे बड़ा दाता कहा जाता है। भगवान कृष्ण ने उन्हें वरदान दिया की वह कलयुग में उनके श्याम नाम से जाना जाएगा। (Shree Khatu Shyam Ji Aarti)
इस कलयुग काल में जो भक्त उनका नाम लेता है उसके सभी संकट दूर हो जाते है। भक्त उन्हें शीश का दानी, लखदातार, हरे का सहारा श्याम ऐसे उपमाओं से पुकारते है। जो भक्त इस कलयुग में खाटू श्यामजी की पूजा आरती करते हैं बाबा श्याम अपने आशीर्वाद से उनके सभी संकटो और कष्टों को दूर कर देते है। जय श्री श्याम !!
Shree Khatu Shyam Ji Aarti Lyrics
ॐ श्री श्याम हरे ,बाबा जय श्री श्याम हरे।
खाटू धाम विराजत ,अनुपम रूप धरे।।ॐ जय श्री श्याम।।
रत्न जड़ित सिंहासन ,सिर पर चँवर ढुरे।
तन केशरिया बागो ,कुण्डल श्रवण पड़े।।ॐ जय श्री श्याम।।
गल पुष्पों की माला ,सिर पर मुकुट धरे।
खेवत धुप अग्नि पर ,दीपक ज्योति जले।।ॐ जय श्री श्याम।।
मोदर खीर चूरमा ,सुवरण थाल भरे।
सेवक भोग कटोरा लगावा ,सेवा नित्य करे।।ॐ जय श्री श्याम।।
झांझ और ,घडियावल शंख मृदंग धुरे।
भक्त आरती गावे ,जय जय कार करे।।ॐ जय श्री श्याम।।
जो ध्यावे फल पावे ,सब दुःख से उबरे।
सेवक जन निज मुख से ,श्री श्याम -श्याम उचरे।।ॐ जय श्री श्याम।।
श्री श्यामबिहारीजी की आरती जो कोई नर गावे।
कहत 'आलूसिंह 'स्वामी मनवांछित फल पावे।।ॐ जय श्री श्याम।।
जय श्री श्याम हरे ,बाबा जय श्री श्याम हरे।
निज भक्तों के तुमने पूरण काज करें।।ॐ जय श्री श्याम।।
Shree Khatu Shyam Ji Aarti Video
आपने अभी "श्री खाटू श्याम जी आरती" के बोल (Lyrics) इस लेख में देखे हैं, इस भक्तिपूर्ण और आध्यात्मिक आरती से सबंधित अन्य आरतीया निचे दि गई हैं जो आपको अवश्य ही पसंद आयेगे, कृपया करके इन आरतियो को भी देखें.
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