Shree Jvala Kali Mata Ki Aarti-श्री ज्वाला काली माता की आरती

श्री ज्वाला काली माता का मंदिर ज्वालामुखी गांव जो कांगड़ा जिले में हिमाचल प्रदेश में स्थित है। यह एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल है और विश्व भर से श्रद्धालुओं को मोहित करता है। श्री ज्वाला काली माता समस्त देवीदेवताओं में अपना एक अलग स्थान है। माता का पूजन विशेष रुप से दसहरा महोत्सव के दौरान किया जाता है। माता के मंदिर में श्री ज्वाला काली रुप में माता का तेजरूप सबसे प्रमुख माना जाता है। (Shree Jvala Kali Mata Ki Aarti)

माता की परिक्रमा के दौरान श्रद्धालु धुपदिप, पुष्प, फल और प्रसाद की प्रदान करते है। दिनभर देवी की प्रार्थना और भजन किया जाता है और रात्रि में विशेष पूजा -अर्चना की जाती है। दसहरा महोत्सव के दौरान लोग इस मंदिर में सामुदायिक भजन-संगीत करते हैं। श्री ज्वाला काली माता पूरी दुनिया में मान्यता प्राप्त हैं और बहुत सारे श्रद्धालुओं को आकर्षित करती हैं। उनकी पूजा करने से संयम, सौभाग्य, समृद्धि और शक्ति मिलती है। 
Shree Jvala Kali Mata Ki Aarti-श्री ज्वाला काली माता की आरती 

Shree Jvala Kali Mata Ki Aarti Lyrics

मंगल की सेवा सुन मेरी देवा ,हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़े।

पान सुपारी ध्वजा नारियल ,ले ज्वाला तेरी भेंट करों।।टेक।।


सुन जगदम्बा न कर विलम्बा ,सन्तन को भण्डार भरे। 

सन्तन प्रतिपाली सदा खुशहाली ,जयकाली कल्याण करे।।

 

बुद्धि विधाता तू जग माता ,मेरे कारज सिध्द करो। 

  चरण कमल का लिया आसरा ,शरण तुम्हारी आन परो।।

 

जब -जब भीड़ पड़ी भक्तन पर ,आप सहाय करो।

बार -बार ते सब जग मोहो ,तरुणी रूप अनूप धरो।।

 

माता होकर पुत्र खिलावे ,भार्या होकर भोग करे।

सन्तन सुखाई सदा सहाई ,सन्त खड़े जयकार करे।।२।।

 

 ब्रह्मा विष्णु महेश सहस ,भाल लिये भेंट तेरे द्वार खड़े। 

अटल सिंहासन बैठी माता ,सिर सोने का छत्र धरे।।३।।

 

बार शनिचर कुमकुम वरणी ,जब लुकड़ को हुक्म करे। 

खड्ग खप्पर त्रिशूल हाथ लिय ,रक्त बीज को भस्म करे।।

शुम्भ निशुम्भ पछाड़े माता ,महिषासुर को पकड़ धरे।।४।।

 

आदि अवतार आपके बीरा ,अपने जन को कष्ट हरे। 

 कुपित होय कर दानव मारे ,चण्ड मुण्ड सब चूर करे।।

जब तुम देखो दया रूप होये ,पल में संकट दूर करे।।५।।

 

सौम्य स्वभाव धरयो मोरि माता ,जनकी अरज कबूल करे। 

सिंह पीठ पर चढ़ी भवाणी ,तीन भुवन में राज करे।।

 दर्शन पावे मंगल गावे ,सिद्ध साधु वर भेंट धरे।।६।।

 

ब्रह्मा कृष्ण तेरी करें आरती ,चंबर कुबेर ढुलाय रहे।।

जय जानकी जय मात भवानी ,अटल भुवन में राज्य करे।।७।।

 

Shree Jvala Kali Mata Ki Aarti Video


आपने अभी "श्री ज्वाला काली माता की आरती" के बोल (Lyrics) इस लेख में देखे हैंइस भक्तिपूर्ण और आध्यात्मिक आरती से सबंधित अन्य आरतीया निचे दि गई हैं जो आपको अवश्य ही पसंद आयेगे, कृपया करके इन आरतियो को भी देखें.

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