Mohan Se Dil Kyon Lagaya Hai-मोहन से दिल क्यूँ लगाया है

 
Mohan Se Dil Kyon Lagaya Hai-मोहन से दिल क्यूँ लगाया है

Mohan Se Dil Kyon Lagaya Hai Lyrics

मोहन से दिल क्यूँ लगाया है,

बाबा से दिल क्यूँ लगाया है।

ये मैं जानूँ या वो जाने। -२

छलियाँ से दिल क्यूँ लगाया है।

ये मैं जानूँ या वो जाने। -२

मोहन से दिल क्यूँ लगाया है।।टेक।।


हर बात निराली है उसकी।

हर बात मे उसके टेडापन।

टेड़े पर -२, टेड़े पर दिल क्यूँ आया है।

इसे मैं जानु या वो जाने।

मोहन से दिल क्यूँ लगाया है,छलियाँ से दिल क्यूँ लगाया है।।१।

 

जितना दिल ने तुझे याद किया।

उतना जग ने बदनाम किया।

बदनामी का फल क्या होता,

इसे मै जानु या वो जाने।

मोहन से दिल क्यूँ लगाया है,छलियाँ से दिल क्यूँ लगाया है।।२

 

 तेरे प्यार ने दिल दिवाना किया।

मुझे इस जग से बेगाना किया।

मैने क्या खोया, क्या पाया है, इसे मै जानु या वो जाने।

मोहन से दिल क्यूँ लगाया है,छलियाँ से दिल क्यूँ लगाया है।।३

 

 मिलता भी है वो मिलता  मिलता भी नही।

नजरो से मेरी हटता भी नही।

ये कैसा जादू चलाया है।

मोहन से दिल क्यूँ लगाया है,छलियाँ से दिल क्यूँ लगाया है।।४

 

Mohan Se Dil Kyon Lagaya Hai Video

  

आपने अभी भजन "मोहन से दिल क्यूँ लगाया है" के बोल (Lyrics) इस लेख में देखे हैंइस भक्तिपूर्ण और आध्यात्मिक भजन से सबंधित अन्य भजन निचे दिये गये हैं जो आपको अवश्य ही पसंद आयेगे, कृपया करके इन भजनों को भी देखें.

आपको यह पोस्ट भी पसंद आ सकती हैं  

आपको अपने भक्ति मार्ग में उपयोगी भक्ति साहित्य की जानकारी के लिए SampurnAartiSangrah के Home Page पर विजिट करते रहें। आशा है की इन भक्ति साहित्य से आपको अपने आध्यात्मिक मार्ग में सहायता मिलेंगी।आपके आगमन के लिए आपका बहुत बहुत आभार।🙏🙏🙏🙏

Post a Comment

और नया पुराने