Damru Bajaye Ang Bhasmi Ramaye-डमरू बजाये अंग भस्मी रमाये

 
Damru Bajaye Ang Bhasmi Ramaye-डमरू बजाये अंग भस्मी रमाये

Damru Bajaye Ang Bhasmi Ramaye Lyrics

(तर्ज : हाय शरमाऊँ किस - किस को )

 

डमरू बजाये अंग भस्मी रमाये।

और ध्यान लगाये किसका।।

ना जाने - वो डमरु वाला।

सब देवों में -२, है वो देव निराला।।

डमरू बजाये अंग भस्मी रमाये।

और ध्यान लगाये किसका।। ....


मस्तक पे चन्दा, जिसकी जटा में है गंगा। 

रहती पार्वती संग में, सवारी है बुढा नन्दा।। रे नन्दा।।

वो कैलाशी वो अविनाशी,

पहने सर्पों की माला।।

डमरू बजाये अंग भस्मी रमाये।

और ध्यान लगाये किसका।। ....।।१।।

 

 बाघम्बर धारी, शिव भोला त्रिपुरारी।

रहता मस्त सदा, जिसकी महिमा है भारी।। है भारी।।

भोला - भाला है मतवाला

पिये भाँग का प्याला।।

डमरू बजाये अंग भस्मी रमाये।

और ध्यान लगाये किसका।। ....।।२।।

 

 मित्रमण्डल गावे, शिव शम्भु को ध्याये।

जो भी मांगे सो पाये, दर से खाली ना जाये।। न जाये।।

बड़ा है दानी, बडा है ज्ञानी

वो सारे जग रखवाला।।

डमरू बजाये अंग भस्मी रमाये।

और ध्यान लगाये किसका।। ....।।३।।

 

Damru Bajaye Ang Bhasmi Ramaye Video


*जय महादेव*

आपने अभी भजन "डमरू बजाये अंग भस्मी रमाये" के बोल (Lyrics) इस लेख में देखे हैंइस भक्तिपूर्ण और आध्यात्मिक भजन से सबंधित अन्य भजन निचे दिये गये हैं जो आपको अवश्य ही पसंद आयेगे, कृपया करके इन भजनों को भी देखें.

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